Friday, 13 September 2013

सैनिकों की कलाई पर सजी वात्सल्य की राखी

मथुरा-वृन्दावन मार्ग स्थित वात्सल्य ग्राम में प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी राष्ट्र रक्षा सूत्र बन्धन यात्रा के माध्यम से फिरोज़पुर पंजाब सीमा पर सैनिकों के राखियाँ बाँधी गईं। वात्सल्य ग्राम में 19 अगस्त 2013 को रक्षा सूत्र समर्पण समारोह सम्पन्न हुआ। जिसमें एक दर्जन विद्यालयों और सामजिक संस्थाओं ने युगपुरूष स्वामी परमानन्द गिरि जी महाराज को राखियाँ सौंपी।

इस अवसर पर अपने आशीर्वचन में युगपुरूष स्वामी परमानन्द गिरि ने कहा कि संसार जब से चल रहा है और जब तक चलेगा व्यक्ति के जीवन में संघर्ष रहता है और रहेगा यह संघर्ष दो प्रकार का होता है व्यक्तिगत जीवन में और सामाजिक जीवन में आन्तरिक और वाह्य संघर्ष रहता है और वह राष्ट्र की सीमाओं में और समाज की सीमाओं में भी इसी लिए बाहरी और आन्तरिक रक्षा के लिए भारत ने बहुत कुछ सोचा है। जैसे महाभारत बाहरी रक्षा के लिए और गीता उपनिषद हमारे आन्तरिक रक्षा के लिए है। वह सब हमारे विश्वास पर निर्भर करता है। भारत ने बहुत पहले से ही ऐसे विश्वास दिये हैं जिनसे हम अपने रिश्तों को पवित्र रख सकें। भाई-बहन का रिश्ता भी उनमें से एक है। उन रिश्तों को पवित्र और मजबूत रख सकें उसके लिए एक परम्परा चल रही है वह है रक्षा बन्धन। वात्सल्य ग्राम में ऋतम्भरा ने सैनिकों के राखी बाँधने जो यह कार्य किया है वह बहुत अच्छा है देश भर से लोग राखियाँ भेजते हैं यहाँ पर जो विद्यालय एवं संस्थाएं राखियाँ लेकर आए हैं वह भी सौभाग्यशाली हैं क्योंकि उनकी राखियाँ उन सैनिकों की कलाई की शोभा बढ़ाएंगी जो देश की रक्षा में लगे हुए हैं। आज देश में विश्वास की कमी आ गयी है। हम अपनी शक्ति को पहचान नहीं पा रहा है जिसके कारण हमारा शत्रु हमारी सीमाओं में घुसकर सैनिकों पर हमला कर देते हैं। देश को चाहिए इसका मुँह तोड़ जबाब दे। बेटियों द्वारा सैनिकों के बाँधी गयी राखियाँ उन्हे बल प्रदान करेंगी। उनके विश्वास को बढ़ाएंगी।

सैनिकों के लिए दिल्ली, हरियाणा, हिमांचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात आदि प्रदेशों से तथा रतन लाल फूलकटोरी इन्टर कालेज, कान्हा माखन पब्लिक स्कूल, रमनलाल सोराहवाला पब्लिक स्कूल, समविद गुरुकुलम इन्टरनेशनल स्कूल, गोकुल, कृष्णा ब्रहमरतन विद्यामन्दिर, नचिकेता महाविद्यालय, जबलपुर, गुरुकुल इन्टरनेशनल स्कूल नालागढ़ आदि ने लगभग 2000 राखियाँ सौपीं।

20 अगस्त को प्रातः 5.00 बजे युगपुरूष स्वामी परमानन्द जी ने झण्डी दिखाकर यात्रा को रवाना किया । 50 बेटियों का दल यात्रा की संयोजिका साध्वी शिरोमणि एवं श्रीमती अर्चना शर्मा के नेतृत्व में यात्रा सुबह 8.00 बजे इण्डिया गेट अमर जवान ज्योति पहुँच कर परम पूज्या दीदी माँ साध्वी ऋतम्भरा ने बच्चों के साथ शहीदों को नमन करते हुए पुष्पचक्र समर्पित किया तथा आदरणीय संजय भैया, श्री अशोक सरीन जी, श्री ओम प्रकाश गोयंका जी, श्री अजय गोयनका जी, साध्वी शिरोमणि आदि ने पुष्प अर्पित कर देश के शहीदों को याद किया। पूज्य दीदी माॅ जी ने सभी बेटियों को राष्ट्र प्रेम का संदेश दिया और आशीर्वाद देकर विदा किया। उसके बाद यात्रा ने वात्सल्य मन्दिर रोहिणी सेक्टर-7 में पड़ाव डाला जहाँ रोहिणी के माननीय विधायक श्री जयभगवान अग्रवाल के सानिध्य में भोजन जलपान कर यात्रा ने फिरोज़पुर (पंजाब) बार्डर की ओर प्रस्थान किया और रात्रि फिरोज़पुर में विश्राम कर 21 अगस्त की सुबह सभी ने 137 बटालियन बी.एस.एफ ममदौड के कमाण्डेट मलकियत सिंह की कलाई पर साध्वी शिरोमणि एवं साध्वी सम्पूर्णां ने राखी बाॅधी तथा पूज्या दीदी माँ जी द्वारा दिया गया सैनिक सम्मान पत्र एवं वात्सल्य का प्रतीक चिन्ह व पटका भेंट किया। समविद् की प्रधनाचार्या श्रीमती अर्चना शर्मा के नेतृत्व में सभी बेटियों ने सैनिकों को राखी बाँधी ।

इस अवसर पर कमाण्डेट मिलकिय सिंह ने कहा कि परमशक्ति पीठ वात्सल्य ग्राम द्वारा वहाँ की बहनों ने हमारे सैनिकों के राखी  बाँधी इससे हमारे सैनिकों में देश की सेवा के प्रति और जज्बा पैदा होगा। हमारी बटालियन में ऐसे भी सैनिक हैं जिनकी बहनें नहीं हैं आप लोगों ने उनके राखी बाँध कर उनको यह महसूस करा दिया है कि हम सभी तुम्हारी बहनें है आपने हमारे सैनिकों की हौसला अफज़ाई की इसके बहुत बहुत धन्यवाद। पूज्य दीदी माँ जी वात्सल्य ग्राम में बच्चों की उŸाम परवरिश कर रही हैं उन्हें शिक्षा और संस्कार दे रहीं हैं। उनके अन्दर राष्ट्रभक्ति जगा रहीं है यह बहुत बड़ा काम कर रहीं है। उनके इस कार्य के लिए आभार है।
इसके बाद मस्ता चैकी पर तैनात सैनिकों के राखी बाँधने पहुँचे, जहाँ पर तैनात अस्सिटेन्ट कमाण्डेट रविकुमार, ए.वी.शर्मा, ए.एस.आई जागेश्वर शर्मा, ए.एस.सी तिरवा, दीपक कुमार, ज्योति आदि के साथ सैनिकों के राखियाँ बाँधी। साध्वी शिरोमणि ने सैनिकों के नाम पूज्या दीदी माँ जी का संदेश पढ़कर सुनाया। साध्वी सम्पूर्णा ने राखी गीत व देश भक्ति गीत सुनाया। मीडिया प्रभारी उमाशंकर राही ने ओज पूर्ण काव्य पाठ किया जिससे सैनिकों में जोश और उत्साह का संचार हुआ। 

श्रीमती अर्चना शर्मा एवं श्रीमती दीप्ति शर्मा के नेतृत्व में सभी बच्चों ने भारत- पाक सीमा का अवलोकन किया तथा वहाँ की रक्षा पद्धति को समझा। वहाँ पर सैनिकों के बंकरों को देखा और सैनिकों की जीवन शैली को समझा। सैनिकों ने नम आँखों से सभी को खुशी-खुशी विदा किया और दल ने वात्सल्य ग्राम की ओर प्रस्थान किया।

परम पूज्य सद्गुरुदेव, पूज्या दीदी माँ जी का आशीर्वाद एवं साध्वी शिरोमणि के संयोजन में आयोजित राष्ट्ररक्षा सूत्र बन्धन यात्रा की इस यात्रा में तथा साध्वी सम्पूर्णां, दिनेश शर्मा, समविद गुरुकुलम् की बेटियाँ व प्रधानाचार्या श्रीमती अर्चना शर्मा, श्रीमती दीप्ति शर्मा, रंगनाथ सोनी, गुलशन आदि का विशेष सहयोग रहा ।

- उमाशंकर रही 
 वात्सल्य ग्राम, वृन्दावन

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